The Young Opinion
Sign In
The Young Opinion
  • Home
  • Breaking News
  • International
  • National
  • Politics & Elections
  • Uttarakhand Special
  • Expert Insights
  • Sports
  • Lifestyle
  • Science & Technology
Reading: विटामिन डी की अधिकता: जब दो मरीज़ अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे क्योंकि उन्हें सुरक्षित खुराक की जानकारी नहीं थी
Share
The Young Opinion
Sign In
The Young Opinion
  • Home
  • Breaking News
  • International
  • National
  • Politics & Elections
  • Uttarakhand Special
  • Expert Insights
  • Sports
  • Lifestyle
  • Science & Technology
Reading: विटामिन डी की अधिकता: जब दो मरीज़ अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे क्योंकि उन्हें सुरक्षित खुराक की जानकारी नहीं थी
Share
  • Home
  • Breaking News
  • International
  • National
  • Politics & Elections
  • Uttarakhand Special
  • Expert Insights
  • Sports
  • Lifestyle
  • Science & Technology
Search
  • Home
  • Breaking News
  • International
  • National
  • Politics & Elections
  • Uttarakhand Special
  • Expert Insights
  • Sports
  • Lifestyle
  • Science & Technology
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2024, The Young Opinion | All Rights Reserved.
The Young Opinion > Blog > Health > विटामिन डी की अधिकता: जब दो मरीज़ अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे क्योंकि उन्हें सुरक्षित खुराक की जानकारी नहीं थी
HealthBreaking NewsLifestyle

विटामिन डी की अधिकता: जब दो मरीज़ अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे क्योंकि उन्हें सुरक्षित खुराक की जानकारी नहीं थी

The Young Opinion
Last updated: 2024/12/05 at 11:58 AM
The Young Opinion
Share
SHARE

डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है, खुद से दवा न खरीदें

Contents
पहला मामला: 25 वर्षीय युवक कादूसरा मामला: 68 वर्षीय महिला कासुरक्षित खुराक की समझ

हाल ही में मैंने दो ऐसे मरीज़ों का इलाज किया, जिन्हें विटामिन डी की अधिक खुराक के कारण गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि हम सप्लीमेंट्स को कितनी लापरवाही से लेते हैं और डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी नहीं समझते। सबसे अहम बात, बिना डॉक्टर की पर्ची के दवा लेना खतरनाक हो सकता है।

विटामिन डी एक फैट-सॉल्यूबल विटामिन है, जो मांसपेशियों, इम्यून सिस्टम और सेल ग्रोथ के लिए आवश्यक है। लेकिन हमारी ज़रूरतें धूप के संपर्क से ही पूरी हो सकती हैं। सप्लीमेंट केवल खास परिस्थितियों में और सीमित समय के लिए ही सुझाए जाते हैं। अन्यथा, हम हाइपरविटामिनोसिस का शिकार हो सकते हैं। सीरम लेवल अगर 100 ng/ml (नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर) से अधिक हो जाए, तो यह विषाक्त स्तर माना जाता है।

पहला मामला: 25 वर्षीय युवक का

एक 25 वर्षीय युवक, विटामिन डी की अधिक खुराक के कारण किडनी फेल होने की स्थिति में इमरजेंसी में लाया गया। उसे गंभीर मांसपेशी थकान, भ्रम, डिहाइड्रेशन और मतली की शिकायत थी। हालत इतनी बिगड़ गई कि उसे आईसीयू में एक हफ्ते तक भर्ती रहना पड़ा।

मामला शुरू हुआ जब उसे पीठ में तेज दर्द की शिकायत हुई। पड़ोस के एक ऑर्थोपेडिक डॉक्टर ने जांच के दौरान पाया कि उसके शरीर में विटामिन डी की भारी कमी थी। इसे जल्दी ठीक करने के लिए डॉक्टर ने हर हफ्ते 6 लाख यूनिट के इंजेक्शन लेने की सलाह दी, जो आमतौर पर केवल गंभीर मामलों में और कड़ी निगरानी में दिया जाता है।

लेकिन यह खुराक उसकी ज़रूरत से कहीं अधिक थी। परिणामस्वरूप, उसके खून में कैल्शियम का स्तर बहुत बढ़ गया, जिससे किडनी की रक्त वाहिकाएं संकुचित हो गईं और किडनी की कार्यक्षमता कम हो गई। हमें उसे आईवी फ्लूइड, डायलिसिस और स्टेरॉइड्स पर रखना पड़ा।

अतिरिक्त कैल्शियम के कारण दिल की धड़कनें अनियमित हो सकती हैं, इसलिए हमने लगातार उसके दिल की निगरानी भी की।

दूसरा मामला: 68 वर्षीय महिला का

दूसरा मामला एक 68 वर्षीय महिला का था, जिसे मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द की शिकायत थी। रूटीन जांच के दौरान जब मैंने उनसे दवाओं के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया कि वह पिछले आठ महीनों से फार्मेसी के वेलनेस सेक्शन से खरीदे गए विटामिन डी के कैप्सूल ले रही थीं।

उन्हें यह अंदाज़ा ही नहीं था कि सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और इसे एक सीमित समय के बाद रोक देना चाहिए। कुछ लोग ज़रूरत से ज्यादा आत्म-निर्भर हो जाते हैं और बिना सोचे-समझे दवाएं लेते रहते हैं।

सुरक्षित खुराक की समझ

विटामिन डी की अनुशंसित दैनिक खुराक बच्चों (12 महीने तक) के लिए 400 IU, 1 से 70 वर्ष के लोगों के लिए 600 IU और 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए 800 IU है।
100 माइक्रोग्राम (4,000 IU) से अधिक दैनिक खुराक खतरनाक है।

  • 1 से 10 साल के बच्चों के लिए अधिकतम खुराक 50 माइक्रोग्राम (2,000 IU) होनी चाहिए।
  • 12 महीने से कम उम्र के शिशुओं के लिए यह सीमा 25 माइक्रोग्राम (1,000 IU) है।
- Join Our Whatsapp Group -
Ad image
TAGGED: #Supplements, #Vitamins
Share This Article
Twitter Email Copy Link Print
Previous Article अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 25वां प्रांत अधिवेशन हरिद्वार में 8-10 जनवरी 2025 को आयोजित होगा
Next Article यूनाइटेड हेल्थकेयर के CEO ब्रायन थॉम्पसन मैनहट्टन में हत्या के शिकार
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Weather Report

Live Scores

Live Cricket Scores

देहरादून :- यूसीसी (UCC) और भू-कानून की खूबियां जन-जन तक पहुंचाएगी भाजपा, प्रदेश अध्यक्ष ने दिए निर्देश

भारतीय जनता पार्टी ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और सशक्त भू-कानून की विशेषताओं को प्रदेश के हर नागरिक तक पहुंचाने…

By The Young Opinion 3 Min Read

हरजोत को NSUI ने बनाया प्रदेश सचिव

देहरादून नगर निगम चुनावों और दिल्ली विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद, कांग्रेस ने अपनी सभी संगठनों में बड़े…

By The Young Opinion 2 Min Read

पूर्व IAS अधिकारी प्रदीप शर्मा को 2004 के भूमि आवंटन घोटाले में 5 साल की सजा, ₹75,000 का जुर्माना

गुजरात के कच्छ जिले में 2004 के भूमि आवंटन घोटाले में सोमवार को एक सत्र न्यायालय ने पूर्व IAS अधिकारी…

By The Young Opinion 4 Min Read

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न सम्मान: मनु भाकर की प्यारी गलती ने बांधा समां

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है। इसे हर…

By The Young Opinion 4 Min Read

You Might Also Like

देहरादून :- यूसीसी (UCC) और भू-कानून की खूबियां जन-जन तक पहुंचाएगी भाजपा, प्रदेश अध्यक्ष ने दिए निर्देश

भारतीय जनता पार्टी ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और सशक्त भू-कानून की विशेषताओं को प्रदेश के हर नागरिक तक पहुंचाने…

3 Min Read

हरजोत को NSUI ने बनाया प्रदेश सचिव

देहरादून नगर निगम चुनावों और दिल्ली विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद, कांग्रेस ने अपनी सभी संगठनों में बड़े…

2 Min Read

पूर्व IAS अधिकारी प्रदीप शर्मा को 2004 के भूमि आवंटन घोटाले में 5 साल की सजा, ₹75,000 का जुर्माना

गुजरात के कच्छ जिले में 2004 के भूमि आवंटन घोटाले में सोमवार को एक सत्र न्यायालय ने पूर्व IAS अधिकारी…

4 Min Read

सैफ अली खान पर हमला: आरोपी ने मेघालय की नदी पार कर भारत में की घुसपैठ, पश्चिम बंगाल के आधार कार्ड से सिम ली – रिपोर्ट

बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। मुंबई पुलिस की जांच…

5 Min Read
The Young Opinion

Important Pages

  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy

Youth Matters

  • Job Opportunities
  • Campus News
  • Career Guidance

More

  • Health
  • Business
  • Gadgets
  • Cultural Trends

Contact

Phone: 7417791077
Email: contact@theyoungopinion.com

© 2024, The Young Opinion | All Rights Reserved. Developed By News Portal Development Company

WhatsApp us

Join WhatsApp Group
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?