मंत्री ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का स्थलीय निरीक्षण किया, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
पिथौरागढ़/देहरादून:
राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट, पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज, के संचालन की तैयारी जोरों पर है। शिक्षा सत्र 2026-27 से इसका शुभारंभ करने का लक्ष्य रखा गया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने खुद निर्माण स्थल का दौरा कर काम की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
750 करोड़ की लागत से बन रहा है आधुनिक मेडिकल कॉलेज
पिथौरागढ़ में 750 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस मेडिकल कॉलेज का 45 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मुख्य भवन, प्रशासनिक ब्लॉक, और अन्य सहायक सुविधाओं का काम तेजी से चल रहा है। मंत्री ने बताया कि शेष कार्य अगले छह महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “मेडिकल कॉलेज को निर्धारित समय पर चालू करने के लिए सभी विभागीय तैयारियां तेज कर दी गई हैं।”
डॉ. रावत ने कहा कि कॉलेज में फैकल्टी और मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। साथ ही, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) में 2025 तक संचालन की अनुमति के लिए आवेदन करने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
वन विभाग की भूमि का हस्तांतरण
डॉ. रावत ने यह भी जानकारी दी कि मेडिकल कॉलेज परिसर से सटी हुई वन विभाग की 1.06 हेक्टेयर भूमि को भारत सरकार ने कॉलेज को हस्तांतरित करने की अनुमति दे दी है। इससे कॉलेज के विस्तार और सुविधाओं में और बढ़ोतरी होगी।
स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता
निरीक्षण के बाद मंत्री ने जिला मुख्यालय में एक संयुक्त बैठक की। बैठक में जिला अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने पर जोर दिया गया। उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि जीर्ण-शीर्ण स्कूलों की डीपीआर तैयार कर शीघ्र शासन को भेजी जाए।
मंत्री ने कहा, “राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत और सुलभ बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अधिकारियों को अपने कार्यों के प्रति सजग और जिम्मेदार रहना होगा ताकि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरा जा सके।”
बैठक में शामिल अधिकारी
इस बैठक में जिलाधिकारी गोविंद गिरी गोस्वामी, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय आर्य, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
स्थानीय लोगों की उम्मीदें बढ़ीं
पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह है। लंबे समय से यहां एक बड़े मेडिकल संस्थान की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कॉलेज न केवल पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देगा, बल्कि युवाओं के लिए नए शैक्षिक और रोजगार अवसर भी प्रदान करेगा।
राज्य सरकार की इस पहल को क्षेत्रीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अब देखना यह है कि निर्धारित समय-सीमा में यह परियोजना पूरी होती है या नहीं।