देहरादून – पटेलनगर क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर मंजेश कुमार की हत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया। पुलिस ने घटना के मास्टरमाइंड और उसके साथी को गिरफ्तार कर इस जघन्य अपराध की परतें खोलीं।
घटना का प्रारंभिक विवरण:
30 नवंबर 2024 की सुबह, पटेलनगर पुलिस को यमुनोत्री विहार फेस-2, चंद्रबनी में एक व्यक्ति की संदिग्ध मौत की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पाया कि व्यक्ति की गला घोंटकर हत्या की गई है। मृतक की पहचान 42 वर्षीय मंजेश कुमार के रूप में हुई।
किरायेदारों की संदिग्ध गतिविधियां:
मकान मालिक ने बताया कि दो महीने पहले सचिन नामक व्यक्ति ने कमरा किराए पर लिया था, जिसमें अर्जुन नामक साथी का भी आना-जाना था। घटना के बाद से सचिन और अर्जुन दोनों फरार थे। शुरुआती जांच में यह सामने आया कि मृतक प्रॉपर्टी डीलिंग करता था और अर्जुन उसका पुराना साझेदार था।
हत्या की वजह:
पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि मृतक मंजेश और मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी के बीच जमीन के सौदों को लेकर विवाद था। संजय ने देहरादून और आसपास के इलाकों में जमीन खरीदी थी, जिससे 80-90 करोड़ के लाभ की संभावना थी। मंजेश इसमें आधी हिस्सेदारी मांग रहा था, जिससे संजय नाराज था।
संजय ने अर्जुन को लालच दिया कि अगर वह मंजेश को खत्म कर दे, तो उसे 10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। अर्जुन ने योजना बनाकर सचिन को इसमें शामिल किया।
हत्या की साजिश:
साजिश के तहत, मंजेश को पार्टी का बहाना बनाकर सचिन के कमरे में बुलाया गया। शराब पिलाने के बाद सचिन और अर्जुन ने मिलकर उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद दोनों आरोपी शव को ठिकाने लगाना चाहते थे, लेकिन किसी को गाड़ी चलानी नहीं आती थी।
पुलिस की मुस्तैदी:
हत्या के 24 घंटे के भीतर पुलिस ने सचिन को गिरफ्तार कर लिया। अर्जुन हरियाणा भाग गया था और कोर्ट में सरेंडर करने की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे झज्जर कोर्ट के बाहर पकड़ लिया। अर्जुन की जानकारी के आधार पर मास्टरमाइंड संजय और उसके साथी अफजल को भी गिरफ्तार किया गया।
सबूत और बरामदगी:
- मृतक की सोने की चेन और अंगूठी अफजल के पास मिली।
- कार की चाबी संजय के पास से बरामद हुई।
अपराधियों के नाम:
- संजय उर्फ फौजी – झाझरा, देहरादून।
- अर्जुन – बिजोली, सोनीपत, हरियाणा।
- अफजल मलिक – प्रेमनगर, देहरादून।
- सचिन – भगवानपुर, हरिद्वार।
पुलिस टीम का सम्मान:
इस केस को सुलझाने में अहम भूमिका निभाने वाली पुलिस टीम को एसएसपी देहरादून ने 10,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की।
पुलिस का संदेश:
यह केस बताता है कि लालच और अपराध के जाल में फंसे लोग किस हद तक जा सकते हैं। पुलिस ने कड़ी मेहनत से अपराधियों को पकड़कर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
आगे का कदम:
पुलिस अब अन्य पहलुओं की जांच कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हत्या से जुड़े सभी दोषी कानून की गिरफ्त में आएं।
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि समाज में पैसों के लिए रिश्तों और नैतिकता की हत्या हो रही है। लेकिन पुलिस की तत्परता ने यह भी साबित किया है कि अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचने का मौका नहीं मिलेगा।