संसद भवन के पास रेल भवन चौराहे पर बुधवार को एक 26 वर्षीय युवक ने खुद को आग के हवाले कर लिया। युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के बागपत निवासी जितेंद्र के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, जितेंद्र को 90% जलने की गंभीर चोटें आई हैं और उनका फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
घटना कैसे हुई?
फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, दोपहर 3:30 बजे घटना की सूचना मिली। तुरंत एक फायर टेंडर को मौके पर भेजा गया, लेकिन तब तक वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी थी।
डीसीपी (नई दिल्ली) देवेश महला ने बताया, “युवक ने रेल भवन चौराहे पर खुद को आग लगाने की कोशिश की। स्थानीय पुलिस, रेलवे पुलिस और कुछ नागरिकों ने तुरंत आग बुझाई और घायल को अस्पताल भेजा। युवक बुधवार दोपहर दिल्ली पहुंचा था।”
घटनास्थल पर मिले सुराग
पुलिस ने बताया कि जितेंद्र शाहदरा रेलवे स्टेशन पर करीब 1 बजे पहुंचे थे। उनकी जेब में ₹15 का एक सामान्य ट्रेन टिकट मिला। इसके अलावा, कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
डीसीपी महला ने कहा, “जितेंद्र के खिलाफ बागपत में तीन मामले चल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस उन मामलों की सही से जांच नहीं कर रही है, जिसके चलते वह परेशान थे।”
घटना का संभावित कारण
पुलिस का मानना है कि युवक किसी व्यक्तिगत दुश्मनी और अपने गृहनगर में चल रहे विवाद के कारण मानसिक रूप से परेशान था। दस्तावेजों से पता चला है कि वह पुलिस की निष्क्रियता से नाराज था और संभवतः इसी गुस्से में उन्होंने यह खतरनाक कदम उठाया।
घटना के बाद का माहौल
घटना स्थल पर मौजूद लोग और सुरक्षा कर्मी इस घटना से स्तब्ध रह गए। कई ने इसे प्रशासन की विफलता के रूप में देखा, तो कुछ इसे व्यक्ति की मानसिक स्थिति का परिणाम मानते हैं।
पुलिस का बयान और आगे की जांच
पुलिस ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। डीसीपी महला ने बताया कि अब तक यह मामला आत्महत्या के प्रयास का प्रतीत होता है। साथ ही, जितेंद्र के दस्तावेजों और उनके बैकग्राउंड की जांच की जा रही है।