गेटवे ऑफ इंडिया (Gateway of India) के पास बुधवार शाम एक बड़ी घटना हुई, जब “नीलकमल” नाम की एक यात्री नौका समुद्र में पलट गई। नौका पर सवार 85 यात्रियों में से 75 को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि 5 यात्री अब भी लापता हैं। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है।
नौका मालिक का आरोप: नौसेना की स्पीडबोट ने मारी टक्कर
नौका मालिक राजेंद्र पडाते ने आरोप लगाया है कि नौसेना की स्पीडबोट ने उनकी नौका को टक्कर मारी, जिससे यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि नौका में सभी सुरक्षा उपकरण, जैसे कि लाइफ जैकेट और लाइफ बॉय, उपलब्ध थे। यह नौका हर दिन दोपहर 3:15 बजे गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा की ओर रवाना होती है।
बचाव कार्य में जुटी टीमें
घटनास्थल पर भारतीय नौसेना, मरीन पुलिस और कोस्ट गार्ड की 15 से अधिक नावें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। मुंबई जिला कलेक्टर संजय यादव ने जानकारी दी कि 75 लोगों को विभिन्न स्थानों, जैसे कि उरण, डॉकयार्ड कोलाबा और गेटवे ऑफ इंडिया पर सुरक्षित पहुंचाया गया है।
अस्पताल में इलाजरत यात्री
- जेएनपीटी अस्पताल: 56 यात्रियों को यहां लाया गया, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है।
- नौसेना डॉकयार्ड: 9 यात्रियों को यहां भर्ती कराया गया है, जिनमें से एक की हालत नाजुक है।
- सेंट जॉर्ज अस्पताल: यहां 9 यात्रियों को भर्ती किया गया है।
- अश्विनी अस्पताल: एक गंभीर रूप से घायल यात्री को यहां भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का बयान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “इस हादसे के बारे में रिपोर्ट प्राप्त हुई है। बचाव कार्यों के लिए नौसेना, कोस्ट गार्ड, पोर्ट और पुलिस टीमों को तत्काल रवाना किया गया है। अधिकतर नागरिकों को सुरक्षित बचा लिया गया है, लेकिन बाकी यात्रियों को बचाने के लिए सभी जरूरी संसाधन लगाए गए हैं।”
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने भी एजेंसियों को तेजी से बचाव कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
Watch: Mumbai | 20 rescued, 1 dead after ferry capsizes near Gateway of India, rescue ops underway
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— The Indian Express (@IndianExpress) December 18, 2024
नौका का टूटकर दो हिस्सों में बंटना
पूर्व एमएलसी जयंत पाटिल ने बताया कि स्पीडबोट की टक्कर इतनी तेज थी कि नौका बीच से टूट गई। हादसे के बाद नौका के टुकड़े उरण और करंजा के पास समुद्र में देखे गए।
घटनास्थल पर भारी भीड़ और राहत कार्य का माहौल
गेटवे ऑफ इंडिया पर राहत कार्य के दौरान बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। घटनास्थल पर एंबुलेंस और मेडिकल टीम तैनात की गई हैं। इस हादसे ने मुंबईवासियों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
मौसम का हाल
दुर्घटना के समय मुंबई का मौसम साफ था, लेकिन सुबह के वक्त हल्की धुंध देखी गई। शहर का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
निष्कर्ष
मुंबई की इस दुर्घटना ने सुरक्षा उपायों और समुद्री यातायात में लापरवाही के मुद्दे को एक बार फिर उजागर कर दिया है। सरकार और संबंधित एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। फिलहाल, बचाव कार्य तेजी से जारी है, और सभी की नजरें उन 5 लापता यात्रियों की सुरक्षित वापसी पर टिकी हैं।