वियतनाम में नए ट्रैफिक नियम लागू होने के बाद भारत में सोशल मीडिया पर गर्म बहस छिड़ गई है। कई नेटिज़न्स का कहना है कि अगर ऐसे सख्त नियम भारत में लागू हुए, तो वे अपनी हाई-पेइंग IT जॉब छोड़ देंगे और ट्रैफिक उल्लंघन रिपोर्ट करने वाला ‘फुल-टाइम जॉब’ अपना लेंगे!
वियतनाम ने क्यों बदले अपने ट्रैफिक कानून?
1 जनवरी 2025 से वियतनाम ने अपने ट्रैफिक कानूनों को सख्त बना दिया है। इन नए नियमों के तहत ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जुर्माना 30 से 50 गुना तक बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही सरकार ने आम जनता को ट्रैफिक उल्लंघनों की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक अनोखा तरीका अपनाया है।
वियतनाम के नए कानून के मुताबिक, नागरिकों और संगठनों को ट्रैफिक उल्लंघन की पुष्टि होने पर 200 डॉलर तक का इनाम दिया जा सकता है। यह इनाम जुर्माने की राशि का 10% तक हो सकता है। इस कदम का उद्देश्य ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना है।
भारत में वायरल हुई खबर, चर्चा में आए बड़े नाम
जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर फैली, भारतीय यूजर्स ने इस पर जमकर प्रतिक्रिया दी। जाने-माने अर्थशास्त्री और नीति आयोग के सदस्य डॉ. अरविंद विरमानी ने इस अनोखे नियम को भारत में लागू करने की वकालत की।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा,
“हमें भारत में भी ट्रैफिक नियमों के गंभीर उल्लंघनों पर ऐसा सिस्टम लागू करना चाहिए, खासकर रेड लाइट जम्पिंग और डिवाइडर के गलत साइड ड्राइविंग के लिए।”
“अगर भारत में लागू हुआ तो हर कोई करोड़पति बन जाएगा!”
वियतनाम के इस नियम की तुलना भारत की ट्रैफिक स्थिति से करते हुए कई भारतीय यूजर्स ने मजाकिया टिप्पणियां कीं।
एक यूजर ने लिखा,
“अगर भारत में यह नियम लागू हुआ, तो हर दूसरा आदमी करोड़पति बन जाएगा। ट्रैफिक उल्लंघन की संख्या इतनी ज्यादा है कि हर किसी के पास रिपोर्टिंग से कमाई करने का सुनहरा मौका होगा!”
एक अन्य यूजर ने इसे वियतनाम का “हॉटेस्ट जॉब” करार देते हुए कहा,
“अगर आप वियतनाम में हैं, तो बस सड़कों पर खड़े होकर ट्रैफिक उल्लंघनों की रिपोर्ट करें और महीने में हजारों डॉलर कमा सकते हैं।”
वियतनाम की सड़कों पर कानून की कमी!
हालांकि कुछ लोग इस सिस्टम पर शक जताते नजर आए। एक यूजर ने वियतनाम के ट्रैफिक सिस्टम पर टिप्पणी करते हुए लिखा,
“मैंने वियतनाम में एक महीने बिताया है। वहां की ट्रैफिक व्यवस्था को देखकर लगा कि सड़कों पर कोई नियम ही नहीं हैं। ज्यादातर शहरों में ट्रैफिक एक फ्री-फॉर-ऑल ज़ोन जैसा लगता है।”
“भारत में भी है रिपोर्टिंग सिस्टम, लेकिन कम लोग जानते हैं”
कुछ नेटिज़न्स ने यह भी बताया कि भारत में भी ऐसा सिस्टम पहले से मौजूद है, लेकिन इसकी जानकारी आम जनता को नहीं है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ‘ट्रैफिक प्रहरी ऐप’ लॉन्च किया है, जहां लोग ट्रैफिक उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकते हैं और पुरस्कार जीत सकते हैं।
एक यूजर ने लिखा,
“दिल्ली में ट्रैफिक प्रहरी ऐप के जरिए लोगों को रिपोर्टिंग पर हर महीने इनाम मिलता है। टॉप चार रिपोर्टर्स को 50,000 रुपये (पहला पुरस्कार), 25,000 रुपये (दूसरा), 15,000 रुपये (तीसरा), और 10,000 रुपये (चौथा) इनाम दिया जाता है।”
इसके अलावा गोवा में भी ट्रैफिक उल्लंघन रिपोर्ट करने वालों के लिए रिवॉर्ड प्वॉइंट्स सिस्टम है।
ट्रैफिक उल्लंघनों की रिपोर्टिंग से IT सैलरी से ज्यादा कमाई!
इस पूरे मामले पर हल्के-फुल्के अंदाज में कई यूजर्स ने कहा कि अगर भारत में वियतनाम जैसा सिस्टम लागू हो गया, तो ट्रैफिक उल्लंघन रिपोर्टिंग से मिलने वाले इनाम की राशि IT प्रोफेशनल्स की सैलरी से भी ज्यादा हो जाएगी।
एक यूजर ने चुटकी लेते हुए लिखा,
“IT प्रोफेशनल्स को अपनी नौकरी छोड़कर फुल-टाइम ट्रैफिक उल्लंघन रिपोर्टर बन जाना चाहिए। यह नौकरी ज्यादा फायदेमंद होगी।”
नियम कड़े करने की जरूरत क्यों?
भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या चिंताजनक है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2024 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं की वजह से करीब 1.5 लाख मौतें हुईं। विशेषज्ञ मानते हैं कि सख्त ट्रैफिक कानून और उनका सही तरीके से पालन करने से इन हादसों को काफी हद तक रोका जा सकता है।
वियतनाम के कदम से भारत क्या सीख सकता है?
वियतनाम का यह अनोखा कदम भारत जैसे देशों के लिए एक प्रेरणा बन सकता है। ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करने के साथ-साथ आम जनता को ट्रैफिक व्यवस्था में शामिल करना एक सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
हालांकि, भारत में ऐसी व्यवस्था लागू करने के लिए कई चुनौतियां भी हैं। सबसे बड़ी चुनौती है – ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना।
फिर भी, एक बात तो तय है – अगर भारत में वियतनाम जैसा सिस्टम लागू हो गया, तो सड़कों पर ‘ट्रैफिक प्रहरी’ की संख्या आईटी इंजीनियर्स से भी ज्यादा हो जाएगी!