उत्तराखंड में पहली बार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ‘सौर कौथिग’ का आयोजन किया जा रहा है, जो 16 और 17 दिसंबर को होगा। इस आयोजन में देशभर से सौर ऊर्जा से जुड़े विशेषज्ञ शामिल होंगे। यह मेला खासतौर पर उन लोगों के लिए आयोजित किया जा रहा है, जो अपने घरों पर सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाने की योजना बना रहे हैं। इस अवसर पर उन्हें सौर ऊर्जा के लाभ और इससे जुड़े सभी पहलुओं पर मार्गदर्शन मिलेगा।
उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के प्रबंध निदेशक (MD) अनिल कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सौर कौथिग का आयोजन पहली बार किया जा रहा है और यह देश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस दौरान सौर ऊर्जा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी और यह मेला न केवल घरेलू उपयोग के लिए, बल्कि औद्योगिक, कृषि और संस्थागत क्षेत्र में भी सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देगा।
नई सौर ऊर्जा नीति के तहत राज्य सरकार ने 2027 तक 1400 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसमें से आवासीय क्षेत्र में 250 मेगावाट, व्यावसायिक और औद्योगिक क्षेत्र में 750 मेगावाट, संस्थागत क्षेत्र में 350 मेगावाट और कृषि क्षेत्र में 50 मेगावाट बिजली उत्पादन करने का लक्ष्य है। इसके अतिरिक्त, राज्य के 300 गांवों को सौर संपन्न बनाने की भी योजना बनाई गई है।
सौर कौथिग में 50 से अधिक कंपनियां अपनी प्रदर्शनी लगाएंगी, जिसमें सौर ऊर्जा से संबंधित विभिन्न उत्पाद और सेवाओं की जानकारी दी जाएगी। इन स्टॉल्स पर विशेषज्ञ अपनी जानकारी साझा करेंगे, जिससे आम लोग सौर ऊर्जा के प्रबंधन, लागत और कार्यान्वयन के बारे में विस्तार से जान सकेंगे।
उत्तराखंड ऊर्जा विकास एजेंसी (UREDA) के मुख्य परियोजना अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि सरकारी दफ्तरों के बिजली खर्च को कम करने के लिए भी सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट्स लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा, राज्य में कई विभागों से खाली पड़ी भूमि की जानकारी ली जा रही है, जिससे सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट्स के लिए एक लैंड बैंक तैयार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना की सफलता
सौर कौथिग के साथ ही, पीएम सूर्यघर योजना के पहले साल के लक्ष्य को लेकर भी एक महत्वपूर्ण अपडेट आया है। MD अनिल कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के तहत राज्य में 10,000 घरों पर सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट्स लगाने का लक्ष्य था, जो वित्तीय वर्ष समाप्त होने से तीन महीने पहले ही पूरा हो चुका है। इस योजना के तहत राज्य सरकार से 17,000 रुपये प्रति किलोवाट और केंद्र से 28,600 रुपये प्रति किलोवाट की सब्सिडी मिल रही है। अब तक राज्य में 10,000 में से करीब 2600 घरों को सब्सिडी मिल चुकी है, जबकि बाकी घरों को भी जल्द ही सब्सिडी मिल जाएगी।
अगर किसी को सब्सिडी से संबंधित कोई समस्या हो, तो वे नोडल अफसर आशीष अरोड़ा से संपर्क कर सकते हैं। उनका नंबर है – 9412997831।
उत्तराखंड में होने जा रहा यह सौर कौथिग न केवल राज्य में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जागरूकता फैलाएगा, बल्कि यह एक मील का पत्थर साबित होगा, जो सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने में मदद करेगा। राज्य सरकार की सौर ऊर्जा नीति और प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के तहत किए जा रहे प्रयासों से उत्तराखंड का हर गांव सौर संपन्न बन सकता है, और इससे राज्य की ऊर्जा जरूरतों को स्थायी रूप से पूरा किया जा सकता है।