थाईलैंड-म्यांमार सीमा के पास एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां 22 वर्षीय चीनी युवक लियू चुआनयी को तीन दिन तक कुएं में फंसा रहना पड़ा। ग्रामीणों ने उसकी मदद करने की बजाय उसकी चीखों को भूतिया आवाजें समझ लिया।
लियू चुआनयी इलाके का निरीक्षण करते हुए गलती से एक घास-फूस से ढके कुएं में गिर गए। डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक, आसपास के गांववालों ने जब कुएं से आने वाली आवाजें सुनीं, तो उन्हें लगा कि ये किसी भूत की चीखें हैं।
तीन दिन बाद जब चुआनयी को बचाया गया, तब तक उनकी हालत काफी खराब हो चुकी थी। उन्हें सिर में चोट, फ्रैक्चर और कई जगह गंभीर खरोंचें आई थीं। चुआनयी ने अपनी ताकत बचाने के लिए हर घंटे में केवल एक बार मदद के लिए आवाज लगाई।
कैसे हुआ बचाव?
द यूनिवर्सल डेली न्यूज के अनुसार, 24 नवंबर को स्थानीय पुलिस को थाई-म्यांमार सीमा के पास ताक प्रांत के जंगल से अजीब आवाजें आने की शिकायत मिली। जब पुलिस और बचाव दल ने इलाके की जांच शुरू की, तो उन्होंने पुकार लगाई और जवाब में आवाजें सुनीं। 30 मिनट चले इस बचाव अभियान के बाद चुआनयी को कुएं से बाहर निकाला गया।
मामले की जांच जारी
स्थानीय प्रशासन ने आव्रजन अधिकारियों से संपर्क कर यह पता लगाने की कोशिश की है कि चुआनयी उस इलाके में क्यों गए थे। फिलहाल चुआनयी खतरे से बाहर हैं, और अधिकारियों ने उस कुएं को बंद करने की कार्रवाई शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसा हादसा न हो।
यह घटना बताती है कि कभी-कभी अंधविश्वास और लापरवाही की वजह से किसी की जान खतरे में पड़ सकती है। यदि ग्रामीणों ने समय पर मदद की होती, तो शायद चुआनयी को इतनी गंभीर चोटें न लगतीं।